प्रेम के रंग में रंगना ही होली के पर्व का संदेश है - कैलाश मंथन
सद्भाव शालीनता से मनाएं होली-रंगपंचमी का त्यौहार
प्रेम के रंग में रंगना ही होली के पर्व का संदेश है
- कैलाश मंथन
गुना। रंगों का त्यौहार सद्भाव, शालीनता एवं शांतिपूर्वक मनाएं। विराट हिन्दू उत्सव समिति चिंतन मंच के संयोजक कैलाश मंथन ने रंग पंचमी के त्यौहार पर सभी लोगों से अपील करते हुए कहा कि होली के अवसर पर प्राकृतिक रंग टेसू, अबीर, गुलाल का ही प्रयोग करें। होली का त्यौहार प्रेम के रंग में रंगने का संदेश देता है। आपस में वैमनस्यता भुलाकर गले मिलें एवं प्रेम के अबीर गुलाल लगाएं। हिउस के तहत प्राचीन स्थलों सहित धार्मिक केंद्रों पर फूलों क होली खेलने पर जोर दिया जा रहा है।
बुराईयों को भस्म करें होलिका दहन में- कैलाश मंथन
होली दहन के अवसर पर हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने कहा कि हम अपनी बुराईयों को होली में दहन करें। बुराईयों के चलते इंसान को बुराईयां हिरण्यकश्यप की तरह मार डालती है। होलिका की अग्रि में बुराईयां जल जाती हैं। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए प्रेम के रंगने का संदेश दिया।
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