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थिंकिंग एक आपदा है हमें इस में अवसर ढूंढ़ना चाहिए - केबली कबीर

थिंकिंग एक आपदा है हमें इस में अवसर ढूंढ़ना चाहिए - केबली कबीर


गुना में युवाओं के लिए एक ऐसा मंच भी है जो उनके बहुमुखी व्यक्तित्व विकास के लिए कार्य कर रहा है।



गुना-स्वामी विवेकानंद ग्रुप एवं राष्ट्रीय युवा योजना इकाई गुना एवं भारत स्काउट एवं गाइड जिला संघ गुना द्वारा संचालित स्वामी विवेकानन्द स्वाध्याय एवं अध्ययन सामग्री केन्द्र भारत स्काउट एवं गाइड जिला संघ गुना कार्यालय पर संचालित पर संचालित स्वामी विवेकानंद निशुल्क कोचिंग क्लासेस पर बौद्धिक मंथन संगोष्ठी एवं विश्व युवा संवाद केंद्र कार्यक्रम के अन्तर्गत आज की क्लासेज दो सत्रों पहले सत्र में जितेन्द्र ब्रह्मभट्ट यूथ मोटिवेटर एवं लाइफ कोच ने प्रेरणा गीत से सत्र प्रारंभ किया और बताया कि जीवन समग्र व्यक्तित्व विकास के लिए हमें निरंतर अपने कौशल को बढ़ाना और नया सीखने के लिए तैयार रहना चाहिए।जीवन में हर एक व्यक्ति का एक प्रेरणा गीत, प्रार्थना,भजन होना चाहिए जो हमारे निराश मन में आशा कि किरण जगा दे।और हम फिर से आगे बढ़ने के लिए तेयार हो जाये। उपस्थित सभी युवाओं को एक एक प्रेरणा गीत भजन को याद करके गाने के लिए प्रेरित किया।

दूसरे सत्र के मुख्य अतिथि बौद्धिक संगोष्ठी एवं विश्व युवा संवाद केंद्र पर मुख्य अतिथि के रूप मे सृजनात्मक लेखन के क्षेत्र में उभरते हुए गुना के कम उम्र के लेखक केवली 'कबीर' उपस्थित रहे। जितेन्द्र ब्रह्मभट्ट यूथ मोटिवेटर एवं लाइफ कोच ने बताया कि केवली कबीर जो वर्तमान में क्रियेटिव राइटिंग और रिसर्चर और एनालिस्ट आंफ सोशल पोलिटिकल फार्म पर लिख रहे हैं।आप अभी वर्तमान में नारेटिव वर्ल्ड में आप के आलेख प्रकाशित हो रहे हैं साथ ही नारेटिव वर्ल्ड न्यूज पेपर द्वारा आप को यंग इंक पुरस्कार से सम्मानित भी किया है। क्लासेस में कुछ नया होता रहे इसलिए उपस्थित युवाओं के नाम की पर्ची बना कर आज के कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं संचालन करने के लिए आमंत्रित किया आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता के लिए आलोक चौधरी एवं संचालन विष्णु यादव का नाम आया।

केबली कबीर ने कहा कि मेरी प्रारंभिक शिक्षा इलाहबाद में हुई मैं धीरे-धीरे गुना के परिवेश को समझ रहा हूं। मुझे यहां आकर बहुत अच्छा लगा कि गुना में युवाओं के लिए एक ऐसा मंच भी है जो उनके बहुमुखी व्यक्तित्व विकास के लिए कार्य कर रहा है। यहां की सारी जिम्मेदारी युवाओं को दी जाती है वहीं संचालन करते हैं और वहीं अध्यक्षता करते हैं और करके सीख रहे हैं।आने वाले समय में यहां से  जो युवा बाहर निकलेंगे सबसे अलग होंगे।इसके लिए मैं जितेन्द्र ब्रह्मभट्ट यूथ मोटिवेटर एवं लाइफ कोच को बधाई देता हूं जो गुना जैसे छोटे शहर में एक ऐसी  युवा पीढ़ी को तैयार कर रहे हैं।जो समाज और राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका अवश्य निभायेगी।केबली कबीर ने बताया कि युवाओं को एक अच्छा लेखक बनने से पहले एक अच्छा पाठक बनना होगा। भारत का साहित्य बहुत समृद्धशाली। युवाओं को पढ़ने की आदत को अपनाना चाहिए। युवाओं में सृजन क्षमता होती है उसका उपयोग समाज और राष्ट्र निर्माण में करना चाहिए।आज के युवाओं को ओवर थिंकिंग से बचना चाहिए इसके लिए जो विचार मन में आ रहे हैं उन्हें लिखना प्रारम्भ करें।ओवर थिंकिंग एक आपदा है हमें इस में अवसर ढूंढ़ना चाहिए।उन पर विचार करें यदि आप के लिए आवश्यक है तो स्वीकार करें अन्यथा छोड़ दें।लेखन वहां माध्यम है जिससे हम अपने विचारों को समाज तक पहुंचा सकते हैं।और हम अच्छा लेखन किस तरह करें इस पर भी बताया। फीडबैक देते हुए सौरभ बैरागी ने कहा कि आज के सत्र से मैं ओवर थिंकिंग से कैसे बाहर निकले यह समझ आ गया। यशपाल जाटव ने कहा कि अच्छा लिखने के लिए अच्छा पढ़ना जरूरी है यह समझ आया।प्रियंका धाकड़ ने कहा कि मुझे यह लगा कि हमें भी लिखना चाहिए जिससे हम अपने विचारों से लोगों को परिचित करा सके। साजिया खान ने कहा कि ओवर थिंकिंग से सब गुजरते हैं आज हमें उसका मैनिजमेट कैसे करें यह समझ आया।आशीष रजक ने कहा कि एक अच्छे लेखन के लिए संवेदनशील होना जरूरी है यह सीखा। विष्णु यादव ने कहा कि अच्छे लेखन की शुरुआत डायरी लेखन से कर सकते हैं यह सीखा। राधिका धाकड़ ने कहा कि अच्छे लेख का प्रारम्भ और अन्त कैसे करें यह सीखा। आलोक चौधरी ने अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए कहा कि मैंने कभी सोचा नहीं था इस तरह कभी अध्यक्ष बनकर कुर्सी पर बैठने का मौका मिलेगा।मैं केबली कबीर जी एवं जितेन्द्र ब्रह्मभट्ट यूथ मोटिवेटर एवं लाइफ कोच का जो हमें आने वाले भविष्य के लिए तैयार कर रहे हैं।यह हमें क्या मिल रहा है अब हमें समझ आने लगा है।अन्त में आभार आशीष रजक ने व्यक्त किया।

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