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चैत्र नवरात्र में शक्तिपीठों पर होगी देवी मां की आराधना

चैत्र नवरात्र में शक्तिपीठों पर होगी देवी मां की आराधना, लगेंगे विशाल मेले

9 अप्रैल नवसंवतसर एवं घटस्थापना, 17 को रामनवमीं, 23 को हनुमान जयंती पर विशाल कार्यक्रम

नववर्ष पर होगी भगवान भास्कर की आराधना, अघ्र्य देकर होगा स्वागत-मंथन


गुना। विराट हिन्दू उत्सव-चिंतन मंच के तहत नववर्ष 2081 के शुभारंभ पर 15 दिवसीय भव्य कार्यक्रम की तैयारियां शुरू हो गई हैं। 9 अप्रैल चैत्र वदी एकम नववर्ष से लेकर 23 अप्रैल हनुमान जयंती तक 15 दिवसीय कार्यक्रमों के अंतर्गत नवरात्रि पर्व, 17 अप्रैल रामनवमीं, 23 अप्रैल हनुमान जयंती पर भव्य एवं विशाल कार्यक्रम संपन्न होंगे। विराट हिन्दू उत्सव समिति के प्रमुख संयोजक कैलाश मंथन ने बताया अंचल के 108 मंदिरों में हिन्दू उत्सव समितियों की स्थापना करने से आने वाले समय में सभी त्यौहार व्यवस्थित रूप से मनाए जाएंगे।

नववर्ष पर होगी भगवान भास्कर की आराधना, अघ्र्य देकर होगा स्वागत:मंथन

इस बारे में विराट हिन्दू उत्सव समिति प्रमुख कैलाश मंथन ने बताया कि प्रत्येक धार्मिक स्थल पर भारतीय नववर्ष-विक्रम संवत का शुभारंभ वैदिक एवं भारतीय शास्त्रों में वर्णित काल निर्णय के तहत होना चाहिए। उदय होते हुए भगवान सूर्य की आराधना से सर्वव्याधि-रोग शोक से छुटकारा मिलता है। इसलिए नववर्ष का प्रारंभ भगवान आदित्य की प्रार्थना कर एवं अघ्र्य देकर संपन्न होगा।  समिति प्रमुख मंथन के अनुसार अंचल के ग्रामीण क्षेत्रों के प्रमुख मंदिरों में सनातन पर्व त्यौहार मनाने के लिए उत्सव समितियों मं पुजारियों एवं क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिकों, मातृशक्ति को हिस्सेदारी सुनिश्चित की जा रही है। प्रत्येक साल के उत्सव  मनाने के लिए कैलेंडर का निर्धारण किया गया है। विराट हिन्दू उत्सव समिति के तहत 15 दिवसीय  आयोजन को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है।

शक्तिपीठों पर उमड़ेगा श्रद्धा का सैलाब

विराट हिउस प्रमुख श्री मंथन ने बताया कि 17 अप्रैल को भगवान राम के जन्मोत्सव को भव्यता से मनाया जाएगा। वहीं 23 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा को हनुमान जयंती शक्ति दिवस के रूप में मनाई जाएगी। विराट हिन्दू उत्सव समिति के प्रमुख कैलाश मंथन ने बताया कि परंपरानुसार जिला मुख्यालय से 65 किमी दूर घने जंगलों में स्थित मां निहाल देवी एवं 10 किमी दूर मां बीस भुजा देवी भवानी मंदिरों पर श्रद्धालुओं की भारी उमड़न्े की संभावना है। सभी शक्तिपीठों पर पांच लाख से अधिक श्रद्धालु नवरात्रि के दौरान दर्शनार्थ पहुंचते हैं। इन स्थलों पर एहतियात के तौर पर सुरक्षा व्यवस्था दुरूस्त करने की मांग की गई है।

निहालदेवी एवं बीस भुजी पर रहता है पेयजल का अभाव

विराट हिन्दू उत्सव समिति के संयोजक कैलाश मंथन ने जिले के बीसभुजा देवी मंदिर, निहाल देवी सहित अन्य धार्मिक स्थलों पर नवरात्रि के पूर्व एवं नवरात्रि के अवसर पर आवश्यक सुविधाएं भक्तों को उपलब्ध कराने की मांग की गई है। श्री मंथन ने कहा कि निहालदेवी मंदिर पर पेयजल का आभाव लगातार बना हुआ है। दर्शनार्थियों को पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था, निरंतर विद्युत आपूर्ति, पेजयल आपूर्ति एवं पहुंच मार्गों को तत्काल दुरूस्तीकरण की मांग हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने की है।

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