प्रकृति परीक्षण अभियान अंतर्गत किया छात्र-छात्राओं के शरीर का प्रकृति परीक्षण
प्रकृति परीक्षण अभियान अंतर्गत किया छात्र-छात्राओं के शरीर का प्रकृति परीक्षण
अशोकनगर । आयुष मंत्रालय भारत सरकार एवं संचालनालय आयुष म.प्र.भोपाल के आदेशानुसार, कलेक्टर महोदय श्री सुभाष कुमार द्विवेदी के निर्देशन में, जिला आयुष अधिकारी डाॅ.विनोद कुमार जी के निर्देशानुसार गुरूदेव संस्थान पैरामेडिकल काॅलेज में प्रकृति परीक्षण अभियान के अन्तर्गत प्रकृति परीक्षण किया गया । आयुष विभाग अशोकनगर से कु.भारती परिहार (एम.ए.एस.के.),श्री मती विमला वरगोतिया (एम.ए.एस.के.), श्री देवेन्द्र रघुवंशी (दवासाज) द्वारा संस्थान के लगभग 50 छात्र-छात्राओं के शरीर का प्रकृति परीक्षण किया गया।आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा यह अभियान प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 1 दिसंबर 2024 से प्रारंभ किया गया है जो कि 25 दिसंबर 2024 तक चलाया जाना है । शरीर की प्रकृति प्रशिक्षण में हम अपने शरीर की प्रकृति, कफ प्रकृति, वात प्रकृति, पित्त प्रकृति का पता लगाकर खान-पान एवं दिनचर्या के संबंध में जानकारी प्राप्त कर विभिन्न तरह की बीमारियों के होने से बचाव कर अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। हम सभी को आज के समय में अपनी शरीर की प्रकृति जानना अति आवश्यक है। यदि हम अपने शरीर की प्रकृति जानेंगे तो अपने खान-पान पर नियंत्रण रख सकेंगे। समय-समय पर विभाग द्वारा दिशा निर्देश का पालन भी ऐप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन उपरांत दिए जाते हैं। आयुष विभाग द्वारा हम अपने शरीर की प्रकृति का परीक्षण कर सकते हैं। इस हेतु हमें अपने मोबाइल में आयुष विभाग का एक ऐप "प्रकृति परीक्षण" डाउनलोड करना होगा। इस दौरान कुमारी भारतीय परिहार द्वारा छात्राओं एवं स्टाफ को जीवन में आयुर्वेद अपने हेतु संकल्प दिलाया गया। इस दौरान संस्था संचालक भूपेंद्र रघुवंशी सहित समस्त स्टाफ डॉक्टर जितेंद्र रघुवंशी, डॉक्टर अनुज पाराशर , पूर्वी शर्मा,नाहिद परवीन एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे ।
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