प्राचीन पर्यटन स्थलों मंदिरों पर मनेगी रंग पंचमी
प्राचीन पर्यटन स्थलों मंदिरों पर मनेगी रंग पंचमी
विराट हिउस के तहत धार्मिक केंद्रों पर होंगे आयोजन
सामाजिक समरसता के रंग में रंग जाने की परंपरा है रंग पंचमी - कैलाश मंथन
गुना ।रंग पंचमी पर अंचल के प्रमुख प्राचीन धार्मिक स्थलों एवं प्रमुख मंदिरों में भव्यता के साथ रंग पंचमी मनाई जाएगी। भगवान के साथ रंगों की बौछार के बीच रंगरण जी कार्यक्रम आयोजित होंगे।विराट हिउस प्रमुख कैलाश मंथन के प्रकृति एवं सामाजिक समरसता के रंगों में रम जाना ही रंग पंचमी के त्यौहार का मकसद है। प्राकृतिक रंगों का प्रयोग ही होली के त्योहार पर करना पवित्र माना जाता है। प्राचीन काल से टेसू के फूलों का केसरिया रंग डालकर होली मनाई जाती रही है। अंतर्राष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय वैष्णव परिषद मध्य प्रदेश के मीडिया प्रभारी कैलाश मंथन के मुताबिक भारतीय संस्कृति की रंगारंग परंपरा को बनाए रखने के लिए सारे समाज को आगे आना होगा।वर्तमान में रंगपंचमी के दिन विभिन्न चौराहों, बस्तियों में रंग भरे कड़ाहों को रखने की परंपरा लुप्त होती जा रही है। लोगों द्वारा अब रंगपंचमी का दिन पिकनिक स्पॉट क्षेत्रीय प्राचीन पर्यटन स्थलों स्थलों पर बिताया जा रहा है। विराट हिउस प्रमुख कैलाश मंथन के मुताबिक लोगों की रूचि को देखते हुए सभी प्राचीन धार्मिक स्थलों केदारनाथ, मालपुर, करीला आदि स्थानों पर विराट हिउस चिंतन मंच के कार्यकर्ताओं द्वारा विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
होली महोत्सव के अंतिम दिवस रंग अबीर एवं गुलाब के फूलों से श्री ठाकुर जी एवं गुरुजनों के साथ होली खेली जाएगी। विराट हिन्दू उत्सव समिति के तहत फूलों की होली खेलने के साथ पवित्र सुगंधित गुलाल-अबीर-चंदन के साथ तिलक होली भव्यता से मनाई जाती है।
राई नृत्य के दौरान होने वाली फूहड़ता पर रोक लगाने की मांग
शराब एवं अश्लील फुहार नृत्यों पर लगे प्रतिबंध - कैलाश मंथन
रंग पंचमी जैसे पवित्र त्यौहारों पर फूहड़ता भरे नृत्यों एवं शराबखोरी पर प्रतिबंध लगना जरूरी है। नशे के मद में मदहोश लोगों की भीड़ एवं अश्लील भौंडे नृत्य कभी भी हादसे का कारण बन जाते हैं। विराट हिन्दू उत्सव समिति के प्रमुख कैलाश मंथन के मुताबिक अंचल करीला धाम में रंगपंचमी के अवसर पर लाखों लोग पहुंचते हैं, उनकी सुरक्षा व्यवस्था के पर्याप्त इंतजाम होने के बावजूद हादसे घटित होते हैं। इनकी प्रमुख वजह है क्षेत्रों में खुले आम शराब का बिकना। देखा जाता है कि शराब के नशे में डूबकर अनेकों दबंग रंगपंचमी की रात जब करीला में मां जानकी एवं राम दरबार की प्रार्थना में राई नृत्य के दौरान अश्लील हरकतें करते हैं। वहीं अनेकों राइयों को भी शराब पिलाकर नृत्य कराया जाता है, जो कि झगड़े का कारण भी बन जाते हैं। पुलिस एवं प्रशासन को जागरूकता से इस ओर ध्यान देना जरूरी है। एक महान परंपरा फूहड़ता, शराब और शबाव के अश्लीलता का प्रदर्शन बनती जा रही है।
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