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बंदी जीवन में अवसाद से बचने के लिए भगवान के नाम का जप ही सर्वश्रेष्ठ है - कैलाश मंथन

बंदी जीवन में अवसाद से बचने के लिए भगवान के नाम का जप ही सर्वश्रेष्ठ है - कैलाश मंथन

जिला जेल में बंदियों को नाम जप के लिए राम नाम लेखन की 500 पुस्तिकायें भेंट की गई

प्रत्येक बैरक में निशुल्क श्रीमद् भागवत गीता एवं नाम संकीर्तन लेखन पुस्तिकाएं उपलब्ध कराई गई

विराट हिंदु उत्सव समिति ,वैष्णव परिषद ,चिंतन मंच एवं टेकरी ट्रस्ट ने चलाया नाम जप लेखन अभियान

 गीता स्वाध्याय एवं नाम संकीर्तन से आता है जीवन में आध्यात्मिक बदलावः कैलाश मंथन


गुना ।बंदियों को अपराध मुक्त जीवन जीने की प्रेरणा देने के लिए जिला जेल प्रशासन के तहत  जेल में बंद कैदियों के लिए गीता स्वाध्याय एवं नाम जप लेखन अभियान चलाया जा रहा है। मंगलवार को जिला जेल में आयोजित नाम संकीर्तन पर केंद्रित कार्यक्रम में समाजसेवी एवं विराट हिंदु उत्सव समिति के प्रमुख कैलाश मंथन ने बंदियों के बीच जीवन जीने के लिए भगवान का नाम संकीर्तन एवं गीता आदि महान आध्यात्मिक ग्रंथों का स्वाध्याय आवश्यक बताया। कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए अंतर्राष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय वैष्णव परिषद मध्य प्रदेश के प्रांतीय मीडिया प्रभारी कैलाश मंथन ने कहा इससे मिलने वाली आध्यात्मिक ऊर्जा हमें सत्कर्म की ओर प्रेरित करती है इसीलिए जेल के  बंदी जीवन के एकांत में भगवद् गीता एवं भगवान का भजन करके हम परम शांति का जीवन जी सकते हैं। जेल में बंद अपराधियों के लिए संस्कृति की मुख्य विचारधारा से जोड़ना समाज का दायित्व है ताकि अपराधी अपने जीवन में किए गए दुष्कर्मों का त्याग कर श्रेष्ठ इंसान बन सकें।राम नाम जीवन का आधार है ,इसीलिए राम नाम जप लेखन की पुस्तकें तथा श्रीमद् भागवत गीता की प्रतियां निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। जेल अधीक्षक अतुल सिन्हा एवं जेलर जसवंत सिंह बाथम के निर्देशन में रखे गये बंदी सुधार कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि समाजसेवी कैलाश मंथन, विशिष्ट अतिथि टेकरी ट्रस्ट के प्रमुख पदाधिकारी नारायण अग्रवाल एवं गुलशन जुनेजा द्वारा जेल प्रशासन को श्रीमद् भागवत गीता एवं राम नाम जप लेखन की 500 पुस्तिकाएं एवं स्टेशनरी उपलब्ध कराई गई । गीता जी एवं नाम जप लेखन की पुस्तकें जेल के प्रमुख शिक्षक श्री मुकेश रावत को भेंट की गईं।कैदियों ने इस अवसर पर बहुत ही उत्साह के साथ नाम संकीर्तन एवं गीता स्वाध्याय में रुचि दिखाई ।कार्यक्रम को अंतरराष्ट्रीय निशुल्क गीता प्रचार मिशन के संस्थापक कैलाश मंथन ,टेकरी ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायण अग्रवाल एवं गुलशन जुनेजा ने  संबोधित कर नाम संकीर्तन अभियान को आगे बढ़ाया। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन योग शिक्षक जेल मुकेश रावत ने किया। इस अवसर पर विराट हिंदू उत्सव समिति प्रमुख कैलाश मंथन  द्वारा कहा गया कि ऐसे ही आध्यात्मिक कार्यक्रमों के द्वारा जेल में बंद कैदियों का हृदय परिवर्तन होकर अपराध मुक्त जीवन जीने के लिए आध्यात्मिकता का विकास होता है। कार्यक्रम के दौरान कर करीब 500 कैदियों को नाम लेखन एवं गीता की निशुल्क प्रतियां उपलब्ध कराई गईं। 1 घंटे के चले इस प्रोग्राम को बंदियों द्वारा बहुत ही ध्यान से सुना गया एवं भगवान के नाम का संकीर्तन किया गया।

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